शुभ प्रभात, *’मकर संक्रांति’* के त्यौहार में दान-पुण्य व् समाज सेवा के साथ एक रंग मौज मस्ती का भी है। नेत्र परिक्षण में समाज सेवा के बाद अब समय है *मौज मस्ती* का, *’पतंग उत्सव*’ में, जहाँ *RCIP के दोस्तों ने न केवल जमकर पतंगबाजी की व् साथ में लट्टू, गुल्ली डंडा, सितोलिया, गाना बजाने का भी मजा लिया और आनंद* लिया जाम, बेर, कबीट, छोर, शहतूत, इमली, चना जोर, मूंगफली, पट्टी, गज़क आदि के स्वाद का नेसर्गिक वातावरण में। *10.30 बजे से होटल माउंट व्यू*, बंगाली चौराह से बिचौली हप्सी रोड लेकर, मयंक वाटर क्लब के रोड के मोड़ पर।
*100* से अधिक मेंबर परिवारों की *मौज, मस्ती, हंसी, ठिठोली* उनका यूँ इस तरह *बचपने में लौट* आना एक ऐसा अनूठा अनुभव दे गया की सच में वर्णन करने के लिए शब्द नहीं है , निश्चित ही *निशब्द* करने वाला *अवर्णनीय अनुपम अद्भुत अविस्मरणीय अनुभव*.. सभी भाइयो भाभियो और बच्चों का शुक्रिया जिनकी उपस्थिति से कार्यक्रम सफल हो पाया, कार्यक्रम *संयजको* को भी अनेकानेक बधाई जिनके अथक प्रयासों के परिणाम ही कार्यक्रम हो पाया।
*100* से अधिक मेंबर परिवारों की *मौज, मस्ती, हंसी, ठिठोली* उनका यूँ इस तरह *बचपने में लौट* आना एक ऐसा अनूठा अनुभव दे गया की सच में वर्णन करने के लिए शब्द नहीं है , निश्चित ही *निशब्द* करने वाला *अवर्णनीय अनुपम अद्भुत अविस्मरणीय अनुभव*.. सभी भाइयो भाभियो और बच्चों का शुक्रिया जिनकी उपस्थिति से कार्यक्रम सफल हो पाया, कार्यक्रम *संयजको* को भी अनेकानेक बधाई जिनके अथक प्रयासों के परिणाम ही कार्यक्रम हो पाया।